NEET 2024 परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी? सुप्रीम कोर्ट ने माना लीक हुआ पेपर

NEET 2024 परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी सुप्रीम कोर्ट ने माना लीक हुआ पेपर

नई दिल्ली: NEET 2024 Would be Cancelled or Not: इस साल नीट की परीक्षा विवादों में है. भले ही नीट यूजी की परीक्षा हो चुकी, नतीजे घोषित किए जा चुके हैं. ग्रेस मार्क्स को रद्द करके नीट यूजी री-एग्जाम आयोजित किया जा चुका है और उसके भी नतीजे जारी कर दिए गए हैं, लेकिन नीट (NEET 2024) को लेकर जो माहौल है, उससे यही लग रहा है कि कहीं नीट 2024 परीक्षा रद्द न हो जाएं. नीट परीक्षा दे चुके 24 लाख स्टूडेंट के मन में भी यही सवाल उठ रहे हैं कि क्या नीट यूजी की परीक्षा कैंसिल हो जाएगी. दरअसल सोमवार को नीट मामले से जुड़ी 30 याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए देश की सर्वोच्च अदालत ने माना कि नीट यूजी परीक्षा का पेपर लीक हुआ है. नीट यूजी 2024 परीक्षा पर मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय पीठ ने सुनवाई करते हुए कहा कि अगर नीट परीक्षा का पेपर टेलीग्राम, व्हाट्सऐप और अन्य माध्यमों से भेजा गया है, तो यह जंगल में आग जैसा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है और सोशल मीडिया पर पेपर को प्रसारित किया गया है तो दोबारा परीक्षा का आदेश हो सकता है. कोर्ट ने कहा अगर हम दोषियों की पहचान नहीं कर पाते हैं तो नीट यूजी पुन:परीक्षा का आदेश दिया जा सकता है. कोर्ट ने ये भी कहा कि पेपर लीक का प्रभाव कितना था इसी आधार पर दोबारा परीक्षा का निर्णय होगा.

नीट परीक्षा शुरू से विवादों में

5 मई को नीट यूजी परीक्षा का आयोजन किया गया था. आयोजन के बाद नीट पेपर लीक का मामला उठा था, लेकिन एनटीए ने इसे खारिज कर दिया था. पिछले महीने नीट यूजी 2024 का रिजल्ट घोषित किया गया, जिसमें 67 छात्रों को 720 में से 720 अंक आएं, वहीं नीट परीक्षा समय के नुकसान की भरपाई के नाम पर 1563 बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिए गएं. इसके बाद से ही नीट को लेकर विरोध प्रदर्शन होने लगे और दर्जनों भर से ज्यादा मामले सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गएं. ज्यादातर मामले नीट परीक्षा रद्द को लेकर है, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में नीट परीक्षा रद्द करने से जुड़ी याचिकाओं का केंद्र सरकार और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने विरोध किया है. दोनों पक्षों का कहना है कि कथित कदाचार के मामले अलग-अलग हैं. इसलिए परीक्षा को रद्द नहीं किया जाना चाहिए, इसे लाखों बच्चों का भविष्य जुड़ा है.

लीक का फायदा लेने वालों की कैसे होगी पहचान

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र सरकार, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और सीबीआई से कई सवाल पूछे हैं. जैसे सरकार परीक्षा रद्द नहीं करना चाहती है, लेकिन वह प्रश्नपत्र लीक होने के बाद इसका लाभ लेने वालों की पहचान कैसे करेगी. पेपर किसी शहर के किस परीक्षा केंद्र पर हुआ, इसकी पहचना करें, इसका फायदा कितनों को मिला, पेपर लीक होने और परीक्षा शुरू होने में कितने समय का अंतर था, प्रश्न पत्र लीक की सूचना सबसे पहले कब मिली और इस मामले में जांच कहां तक पहुंचीं और क्या किया है, इसकी जानकारी दें. इस मामले में अगली सुनवाई गुरुवार को होगी.